प्रयागराज। वैश्विक महामारी कोविड-19 ने सदियों से तीर्थ नगरी प्रयागराज में चली आ रही नाग पंचमी पर अखाड़ों में दंगल की प्राचीन परंपरा पर फौरी तौर पर विराम लगा दिया।
कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हर बार की तरह इस बार नाग पंचमी पर शहर की पहचान रखने वाले अखाड़ों में कुश्ती और दंगल के आयोजन नहीं हुए। अखाड़ों में मंत्रोच्चार के बीच सिर्फ पूजन किया गया।
देश की आजादी के बाद से इस अखाड़े में साल दर साल नाग पंचमी के दिन दंगल का आयोजन एक परंपरा के रूप में किया जाता रहा है।
सबसे बड़ी बात यह कि इस दंगल में कोई विजेता या पराजित नहीं होता, केवल स्वच्छ मनोरंजन और युवाओं को कुश्ती के प्रति आकर्षित करने के लिए इस तरह का आयोजन किया जाता था।
इस परंपरा के जरिए युवाओं को स्वस्थ, आत्मनिर्भर और मजबूत बनाने का संदेश दिया जाता है