करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को वैदिक मंत्रोचार एवं शास्त्रोक्त विधि-विधान से मेष लग्न पुष्य नक्षत्र में प्रात: 4 बजकर 15 मिनट पर खोल दिए गए हैं।
अब ग्रीष्म काल में निरंतर भगवान बद्रीविशाल की पूजा-अर्चना बद्रीनाथ धाम में होगी। इससे पहले गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट भी खोले जा चुके हैं। बद्रीनाथ धाम में भी पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कराई गई।
इस अवसर पर मंदिर तथा मंदिर मार्ग को श्री बदरी-केदार पुष्प सेवा समिति की ओर से लगभग 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। प्रात: तीन बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई।