नवीन पटनायक प्रारंभ में तो राजनीति में आने के इच्छुक नहीं थे और उन्होंने एक लेखक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन पिता की मृत्यु के बाद वे जनता दल में शामिल हो गए। वे राज्य में सबसे अधिक समय तक सेवा देने वाले पहले मुख्यमंत्री बने।
राजनीतिक जीवन : नवीन पटनायक प्रारंभ में तो राजनीति में आने के इच्छुक नहीं थे और उन्होंने एक लेखक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन पिता की मृत्यु के बाद वे जनता दल में शामिल हो गए। 11वीं लोकसभा में उन्होंने उड़ीसा के अस्का क्षेत्र से जीत दर्ज की और संसद की ग्रंथालय समिति, वाणिज्य संबंधी स्थाई समिति और इस्पात और खदान संबंधित मंत्रालय के सदस्य चुने गए।
आगे चलकर उन्होंने एक क्षेत्रीय पार्टी बनाने की घोषणा की जिसका नाम उनके पिता बीजू पटनायक के नाम पर 'बीजू जनता दल' रखा गया। 1999, 2004 और 2009 के विधानसभा चुनावों में जीतकर वे लगातार तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। वे राज्य में सबसे अधिक समय तक सेवा देने वाले पहले मुख्यमंत्री बने।
नवीन पटनायक ने भारत और विदेशों में काफी भ्रमण किया है और वह इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इनेटैक) के संस्थापक सदस्य हैं। उन्होंने 'अ सेकंड पैराडाइज', 'अ डेजर्ट किंगडम', 'द गार्डन ऑफ लाइफ' नामक पुस्तक भी लिखी है।