लोकसभा चुनाव में बिहार में चौथे चरम में 13 मई को जिन 5 सीटों पर मतदान होना है, उमसें बेगूसराय लोकसभा सीट सबसे हाईप्रोफाइल सीट है। बेगूसराय सीट से मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह चुनाव लड़ रहे है, वहीं विपक्षी गठबंधन इंडिया ने इस सीट से सीपीआई नेता अवधेश राय को अपना उम्मीदवार बनाया है।
हाईप्रोफाइल लोकसभा सीट-अपने बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह के चुनाव लड़ने के कारण बेगूसराय हाईप्रोफाइल लोकसभा सीट हो गई है। हिंदुत्व के कट्टर नेता की छवि रखने वाले गिरिराज सिंह भले ही बेगूसराय के नहीं हो लेकिन उनकी सीट पर अच्छी पकड़ है। 2019 के लोकसभा चुनाव में गिरिराज सिंह ने जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को हराया था। दरअसल बेगूसराय का 2019 लोकसभा चुनाव त्रिकोणीय हुआ था, जिसमें गिरिराज सिंह ने सीपीआई के कन्हैया कुमार को पौन तीन लाख से अधिक वोटों से हराया था। जबकि राजद उम्मीदवार तनवीर हसन दो लाख वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे।
बेगूसराय सीट पर गिरिराज सिंह पीएम मोदी के चेहरे पर अक्रामक चुनाव प्रचार कर रहे है। गिरिराज सिंह के हिंदुत्व चेहरे का फायदा भी उन्हें चुनाव में मिलता हुआ दिख रहा है। इसके साथ गिरिराज सिंह की भूमिहार, सवर्णो, कुर्मी और अति पिछड़ा वर्ग पर अच्छी पकड़ है, वहीं सीपीआई उम्मीदवार बेगूसराय का विकास नहीं होने और महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दें पर चुनाव लड़ रहे है। सीपीआई नेता अवधेश राय मुस्लिम, यादव वोटरों को अपने खेमे में किए हुए है।
बेगूसराय सीट का जातिगत समीकरण-बिहार की हाईप्रोफाइल सीटों में शामिल बेगूसराय लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा 4 लाख 75 हजार भूमिहार मतदाता हैं, वहीं मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब ढाई लाख, कुर्मी-कुशवाहा की संख्या करीब 2 लाख और यादव मतदाताओं की संख्या डेढ़ लाख के आसपास है। बेगसूराय सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या करीब 21 लाख 41हजार 827 है,जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 11 लाख 28 हजार 863 और महिला मतदताओं की संख्या 10 लाख 12 हजार 896 है।
बेगूसराय सीट का सियासी समीकरण-बेगूसराय लोकसभा सीट में सात विधानसभा सीटें हैं, जिसमे वर्तमान में भाजपा को दो सीटों पर कब्जा है वहीं जदयू का एक सीट पर कब्जा है। वहीं अन्य सीटों में से भाकपा और राजद के दो-दो विधायक हैं। भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह की चुनाव में सीधी टक्कर भाकपा के अवधेश राय से है, जिन्हें राजद और कांग्रेस का भी समर्थन हासिल है।