अगले रेल बजट के लिए बिलासपुर जोन ने आधा दर्जन नई ट्रेनों सहित कुछ के विस्तार और फेरे बढ़ाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा है। इसके अलावा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, रेल सलाहकार समिति के पदाधिकारियों और छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स ने अंचल में रेल सेवा के विकास के लिए सुझावों की लंबी सूची रेलमंत्री को भेजी है। हर वर्ग में रेल बजट को लेकर उत्सुकता है।
छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी और कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग लोहिया का कहना है कि व्यापारियों के लिए रेल सेवा से खास फायदा नहीं हो रहा है। जिन स्थानों के लिए ट्रेन जरूरी हैं, वहाँ के लिए ट्रेन नहीं है। बिलासपुर जोन से गुवाहाटी, गोआ, जम्मू, कन्याकुमारी, देहरादून के लिए सीधी ट्रेन सेवा होनी चाहिए।
एक राजधानी वापस लेने दूसरी नई चलाने की मॉँग : बिलासपुर-दिल्ली-बिलासपुर चलाई जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस का बिलासपुर के आगे हावड़ा तक विस्तार कर दिया गया है। नागरिक और नेता चाहते हैं कि यह ट्रेन फिर से बिलासपुर-दिल्ली के बीच चले। इसके अलावा दुर्ग से दिल्ली के लिए भी एक और राजधानी एक्सप्रेस की माँग की जा रही है। इसके लिए प्रदेश के सांसदों ने केंद्रीय रेल मंत्री को ज्ञापन भी सौंपा है।
नई राजधानी को स्टेशन का इंतजार : न्यू रायपुर में ग्राम छतौना के पास रेलवे स्टेशन बनाने के प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। रेलवे की तकनीकी टीम ने प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण कर लिया है। अब इसे बोर्ड से सहमति मिलने का इंतजार है।
खदान एक्सप्रेस की आवश्यकता : दुर्ग-गुवाहाटी (असम) और राजहरा-कोरबा खदान एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने की नई माँगें उठी हैं। नागरिकों और नेताओं का कहना है कि खदान एक्सप्रेस को मंजूरी मिलने से राजहरा और कोरबा खदान आने-जाने वाले मजदूरों को सुविधा होगी।
छोटी लाइन ट्रेन ब्रॉडग्रेज की जाए : धमतरी-राजिम छोटी लाइन ट्रेन को ब्रॉडगेज में तब्दील किया जाए। वाल्टेयर लाइन को दो लाइन कर इसे चलाया जाए। इससे रायपुर शहर के बीच से गुजरने वाली लाइन के कारण होने वाली परेशानी से नागरिकों को मुक्ति मिलेगी। साथ ही इसका विस्तार कांकेर तक हो।
अधोसंरचना से जुड़ा प्रस्ताव * दिल्ली-राजहरा-जगदलपुर रेल लाइन के काम को गति देने के लिए बजट की माँग।
* रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ और कोरबा में पक्का रैम्प ब्रिज
* रायगढ़ में टर्मिनल का निर्माण
* मेट्रो ट्रेनों की तरह लोकल ट्रेनों में 18 डिब्बे लगाए जाएँ
फेरे बढ़ाने की माँग
* कोरबा-यशवंतपुर एक्सप्रेस व कोरबा-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस को दो दिन के बजाए नियमित। दूसरे विकल्प में यशवंतपुर को तीन दिन दुर्ग जयपुर और तीन दिन कोरबा अजमेर चलाया जाए
* पुरी-जोधपुर एक्सप्रेस को हफ्ते में दो दिन की जगह चार दिन
* दुर्ग-निजामुद्दीन संपर्कक्रांति एक्सप्रेस
* बिलासपुर-यशवंतपुर वेनगंगा साप्ताहिक एक्सप्रेस
* बिलासपुर-पुणे साप्ताहिक सुपरफास्ट
* पुरी-जोधपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस
* त्रिवेंद्रम-कोरबा को हफ्ते में दो दिन
कई नई ट्रेनों का इंतजार
* रायपुर से अजमेर ट्रेन साप्ताहिक ट्रेन
* रायपुर-राँची साप्ताहिक ट्रेन। इसी रूट पर एक और पैसेंजर ट्रेन
ह कोरबा-मुंबई साप्ताहिक सुपरफास्ट
* दुर्ग-जयपुर वाया बीना साप्ताहिक एक्सप्रेस
* अंबिकापुर-जबलपुर नियमित ट्रेन
* बालाघाट-कटंगी पैसेंजरह मध्य प्रदेश के कई रेलवे स्टेशन सुविधाओं के लिहाज से काफी पिछड़े हैं। लोगों को उम्मीद है कि इस बार शायद सुविधाएँ बढ़ जाएँ। (नईदुनिया)