जयपुर। सटोरियों की मानें तो राजस्थान में अगली सरकार कांग्रेस की बनने जा रही है। देश भर में सट्टे के लिए मशहूर राजस्थान के शेखावटी अंचल के सट्टा बाजार में कांग्रेस की सौ सीटों पर एक रुपए तथा भाजपा की सौ सीटों पर आठ रुपए का भाव चल रहा है। सट्टा बाजार के नियमों के मुताबिक जिस पर सट्टा लगाने पर भाव कम मिलते हैं उसकी स्थिति मजबूत होती है। इस समय अगर आप इस बात पर सट्टा लगाते हैं कि चुनावों में कांग्रेस को दो सौ में से सौ सीटें मिलेंगी तो आपको चुनावों में ऐसा ही परिणाम आने पर एक रुपए के बदले एक रुपया ही मिलेगा।
सटोरियो का आकलन है कि चुनावों में कांग्रेस को बहुमत मिल रहा है लिहाजा वे कोई रिस्क नहीं ले रहे और बराबरी का दांव खेल रहे हैं। लेकिन अगर आपने इस बात पर दांव लगाया कि चुनावों में भाजपा को सौ सीटें मिलेंगी तो आपको सटोरए एक रुपए के बदले आठ रुपए दे रहे हैं।
कांग्रेस के मुकाबले भाजपा की सरकार बनने पर सटोरियों के आठ गुना ज्यादा जोखिम लेने का सबब यह है कि वे मानकर चल रहे हैं कि भाजपा की सरकार बनने के अवसर बहुत ही कम हैं। अब इससे आगे चलें तो हर दांव पर कांग्रेस की मजबूती सट्टा बाजार बता रहा है। कांग्रेस की 70 सीटों पर भाव दस पैसे, 80 सीटों पर 20 से 25 पैसे तथा 90 सीटों पर भाव 55 पैसे चल रहे हैं। जबकि भाजपा की 80 सीटों पर भाव एक रुपए तीस पैसे और 90 सीटों पर भाव तीन रुपए का है।
राजस्थान के तीन जिलों सीकर,चुरु और झुंझुनुं को मिलाकर शेखावाटी का अंचल बनता है। यह इलाका प्रसिद्ध मारवाड़ी सेठों की पैतृक भूमि होने के साथ ही सट्टा बाजार के लिए भी मशहूर है। वैसे तो यहां साल भर सट्टे का बाजार गर्म रहता है लेकिन चुनावों के समय इस बाजार में करोड़ों के दांव लगते हैं। यह धारणा आम है कि इस सट्टा बाजार का आकलन सच्चाई के करीब होता है। यहां के सटोरियों का पूरे प्रदेश के साथ ही राजनीतिक दलों में भी खासा नेटवर्क है।