- कपिल भट्ट, जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनावों के नतीजे निकलने के साथ ही प्रदेश के कुछ इलाकों में जातीय संघर्ष के हालात पैदा हो गए हैं। यह वे इलाके हैं जहाँ लंबे समय से चले आ रहे दबंग जातियों के प्रभुत्व को इन चुनावों में संख्या और ताकत में छोटी मानी जाने वाली जातियों ने तोड़ा है।
ऐसे हालात अलवर जिले के राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ और जयपुर जिले के बस्सी विधानसभा क्षेत्रों में पैदा हुए हैं। यह दोनों ही सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं जिन पर लंबे समय से एक जाति विशेष का प्रभुत्व चला आ रहा था। इस बार के चुनावों में इन दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में इन जातियों का वर्चस्व टूट गया। छोटी जातियों ने लामबंद होकर यजहाँ चुनावी मुकाबले में इनको मात दे दी।
चुनावों में हुई परेशान जाति विशेष के लोगों ने राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बरैर, पिनान, गढ़ीसवाईराम आदि अनेक ग्रामीण इलाकों में मंगलवार की रात को जमकर उत्पात मचाया। उन्होने ग्रामीणों के साथ मारपीट की तथा कुछ दुकानों और थडियों को आग भी लगा दी। इससे पूरे इलाके में तनाव और भय फैल गया। पुलिस बल ने मौके पर पहुँचकर हालात पर काबू पाया।
राजगढ़ की पुलिस उपाधीक्षक सुनिता मीणा ने बताया कि मंगलवार की घटनाओं के बाद इस क्षेत्र में कोई अप्रिय वारदात नहीं हुई है तथा शांति बनी हुई है। मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी संबंधित पक्षों के लोगों के बीच शंतिवार्ता के जरिए सुलह कराने के प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा बस्सी विधानसभा सीट पर निर्दलीय चुनाव जीतकर आई अंजु धानका के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर एक वर्ग विशेष के लोगों ने धक्का-मुक्की और अभद्रता की। लिहाजा उनको पुलिस की सुरक्षा लेनी पड़ी।