बीकानेर। लूणकरणसर में भाजपा और कांग्रेस के लिए चुनौती बने दिग्गज निर्दलीय प्रत्याशी मानिकचंद सुराणा के खिलाफ आचार संहिता उल्लघंन का मामला दर्ज होने से उनके समर्थकों में जबरदस्त आक्रोश की लहर व्याप्त हो गई।
शनिवार को जामसर गांव में निर्दलीय प्रत्याशी मानिकचंद सुराणा ने एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया था और सभा में उमड़ी भीड़ की विडियोग्राफी के लिए पहुंची निर्वाचन कार्यालय की टीम के साथ वहां मौजूद सुराणा के कुछ कार्यकर्ताओं की झड़प हो गई।
इस प्रकरण को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर जामसर थाना पुलिस ने दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं। इनमें से एक मुकदमा लूणकरणसर पंचायत समिति के विकास अधिकारी अमित कुमार जाट की ओर से दर्ज कराया गया है।
इसमें आरोप लगाया है कि मानिकचंद सुराणा और उनके चाचा ससुर ने बिना अनुमति चुनावी सभा का आयोजन कर आचार संहिता का उल्लघंन किया है, वहीं दूसरा मामला खोखराना के भू-अभिलेख अधिकारी किसनाराम जाट की ओर से दर्ज कराया है गया है, इसमें जामसर के स्थानीय नेता सिकन्दर शाह सहित दस-पंद्रह अन्यों के खिलाफ राजकाज में बाधा और विडियोग्राफर से छीना-झपटी का आरोप लगाया।
सुराणा और उनके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की इस कार्यवाही के बाद लूणकरणसर में चुनावी सियायत जबरदस्त गर्मा गई है, इस संबंध में मानिकचंद सुराणा के समर्थक मुखरित होकर आरोप लगा रहे है कि कांग्रेस और भाजपा के लिए चुनावी खतरा बने मानिकचंद सुराणा को घेरने के लिए गृह राज्यमंत्री के इशारे पर निर्वाचन विभाग की टीम सुराणा के पीछे लगा दी गई और उनकी चुनावी सभाओं में हंगामा कराया जा रहा है।