उन्होंने बताया कि इस ऐप ने अब राज्य में भी कार्य करना शुरू कर दिया है। आम लोग इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर अपनी शिकायतें सबूतों के साथ भेज सकेंगे। कुमार ने यहां सी-विजिल ऐप के उपयोग व इसके संचालन के बारे में राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रशिक्षित अधिकारी अपने-अपने जिलों के निर्वाचन क्षेत्रों में जाकर अधिकारियों को प्रशिक्षण देंगे।
उन्होंने कहा कि अभी तक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर पर्याप्त सबूतों के अभाव में कड़ी कार्रवाई नहीं हो पाती थी, अब सी-विजिल ऐप के जरिए फास्ट ट्रैक शिकायत प्राप्ति और समाधान प्रणाली से प्राप्त शिकायतों पर सौ मिनट में कार्रवाई संभव होगी।
कुमार ने कहा कि कोई भी व्यक्ति एंड्रायड आधारित सी-विजिल ऐप को मोबाइल फोन में डाउनलोड कर सकता है। यह ऐप निर्वाचन घोषणा की तिथि से राज्य में प्रभावी हो गया है। इस ऐप की सबसे खास बात यह है कि इसमें शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। कुमार ने इस अवसर पर निर्वाचन विभाग द्वारा तैयार ‘राज इलेक्शन’ ऐप भी लांच किया।
इस एंड्राइड एप के जरिए प्रदेश के मतदाता अपने नाम या वोटर आईडी नंबर से निर्वाचन संबंधी जानकारी ले सकते हैं। ऐप के माध्यम से कुछ सेकंड में भाग संख्या, क्रम संख्या तथा मतदान केन्द्र की जानकारी मिल सकेंगी। इसके अलावा परिवारजनों के नाम एक साथ देखने की सुविधा इस ऐप के माध्यम से मिल सकेगी। (भाषा)