Jaipur accident news : जयपुर के भांकरोटा इलाके में शुक्रवार सुबह LPG टैंकर को एक ट्रक द्वारा टक्कर मारे जाने के बाद लगी आग ने करीब 40 वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दुर्घटना में 8 लोग जिंदा जल गए तथा 35 अन्य झुलस गए। आग में झुलसे लगभग 35 लोगों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ वेंटिलेटर पर हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हादसे पर शोक जताते हुए मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। राष्ट्रपति ने भी हादसे में लोगों की मौत पर दुख प्रकट किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से एक्स पर पोस्ट कर कहा गया, 'राजस्थान में जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर हुए हादसे में लोगों की मौत से दुखी हूं। उन लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायल को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
Deeply saddened by the loss of lives in the accident on Jaipur-Ajmer highway in Rajasthan. Condolences to those who lost their loved ones. May the injured recover soon. The local administration is assisting those affected.
An ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF would be given to…
राष्ट्रपति मुर्मू ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, 'जयपुर में सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु प्रार्थना करती हूं। उनके परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं! मेरी प्रार्थना है कि घायल हुए लोग शीघ्र ही स्वस्थ हों।'
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हादसे के बारे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात कर जानकारी ली। मुख्यमंत्री शर्मा, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा तथा गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम घटनास्थल पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की विस्तृत जांच करवाएंगे और घायलों के इलाज की व्यवस्था की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि हादसा अलसुबह करीब पौने छह बजे हुआ। शुरुआती जानकारी के अनुसार जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भांकरोटा के पास एलपीजी टैंकर को एक ट्रक ने टक्कर मार दी जिससे आग लग गई। उन्होंने बताया कि देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और वहां से गुजर रही एक बस सहित अनेक ट्रक, कार उसकी चपेट में आ गए। घटना के वीडियो में लोग जान बचाने के लिए भागते नजर आए और शुरुआत में स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग की लपटें एक किलोमीटर दूर से नजर आ रही थीं और राष्ट्रीय राजमार्ग का एक बड़ा हिस्सा आग के गोले में तब्दील हो गया था। बताया जा रहा है कि संभवत: अचानक आग की चपेट में आने से कुछ लोग अपने वाहनों से बाहर नहीं निकल पाए और अंदर ही जल गए।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि घायलों में से करीब आधे की हालत बेहद गंभीर है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और स्वास्थ्य मंत्री खींवसर सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल पहुंचे, जहां झुलसे हुए लोगों को भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों और चिकित्सकों से बात की और उचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने दुर्घटना स्थल का दौरा किया और पुलिस अधिकारियों से भी बात की।
घटनास्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत ही दर्दनाक घटना है। मैं अस्पताल जाकर आया हूं। मैंने वहां उचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं। हम घटना की विस्तृत जांच करवाएंगे। घायलों के इलाज की व्यवस्था करेंगे। ऐसे हादसों को किस तरह से रोका जाए इस पर भी सरकार निश्चित रूप से विचार करेगी। प्रशासन पूरी तरह से लगा (बचाव कार्य में) हुआ है।
कैसे हुआ हादसा : जयपुर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि एलपीजी टैंकर से एक ट्रक टकरा गया। इससे टैंकर के पीछे का नोजल टूट गई और गैस लीक हो गई, जिससे भीषण आग लग गई। टैंकर के पीछे के वाहनों में आग लग गई। दूसरे ओर से आ रहे अन्य वाहन भी इसकी चपेट में आ गए। अचानक हुई घटना के कारण वाहन आपस में टकरा गए।
उन्होंने कहा कि गैस लीक होने के कारण इलाका गैस चैंबर जैसा बन गया। आग बहुत तेजी से फैल गई, जिससे वाहनों के अंदर बैठे लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला।
घटना के वीडियो में आग की लपटों में घिरे कुछ लोगों को वाहन से बाहर भागते हुए और जलते कपड़े निकालते देखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि दुर्घटना वाले इलाके में अनेक पक्षी भी मृत मिले हैं और स्थानीय लोगों ने धुएं के कारण आंखों में खुजली तथा सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की है। (इनपुट एजेंसियां)