पुलिस ने बताया कि कथा के दौरान तेज हवाओं और धूल भरी आंधी के कारण पंडाल गिर गया जिससे अफरा-तफरी मच गई। कथा सुनने के लिए करीब 15,000 लोग मौजूद थे। इस घटना में एक पुरुष, एक बच्चे और एक महिला को मामूली चोटें आई हैं। तीनों को तुरंत एंबुलेंस से नजदीकी अस्पताल ले जाया गया और सुरक्षा उपाय के तौर पर आयोजन स्थल को खाली करा दिया गया।
पुलिस के क्षेत्र अधिकारी (रतनगढ़) अनिल कुमार ने बताया कि यह आयोजन बिना आधिकारिक अनुमति के किया जा रहा था। जिलाधिकारी ने बुधवार को और जिला पुलिस अधीक्षक ने गुरुवार को आयोजन स्थल का दौरा किया था। उन्होंने आयोजकों को सभी सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए थे लेकिन निर्देशों का पालन नहीं किया गया और कोई पुख्ता सुरक्षा उपाय नहीं किए गए।
उन्होंने बताया कि आज तेज हवाओं के कारण पंडाल गिर गया जिससे अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, लोगों को बाहर निकाल लिया गया और एक बड़ी घटना टल गई। कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है और आयोजकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।