इससे पहले दिन में विश्वराज सिंह ने भगवान शिव को समर्पित नाथद्वारा रोड स्थित श्री एकलिंगनाथजी मंदिर में दर्शन किए और अपने पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ की 10 नवंबर को हुई मौत से शुरू शोक को भंग करने की रस्म पूरी की। पुजारी ने उन्हें शोकभंग के प्रतीक स्वरूप लाल पगड़ी दी, जिसे उन्होंने सफेद पगड़ी की जगह पहना।
शाम को उन्होंने उदयपुर सिटी पैलेस में धूणी के दर्शन किए। इसके साथ ही पूर्व मेवाड़ राजपरिवार के प्रमुख की गद्दी पर बैठने से जुड़ी रस्मों को लेकर विवाद समाप्त हो गया।
विश्वराज सहित पांच लोग अधिकारियों के साथ सिटी पैलेस परिसर के अंदर गए और धूणी के दर्शन किए। दोनों स्थानों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
विश्वराज के सिटी पैलेस के दौरे को लेकर सोमवार से ही गतिरोध बना हुआ था क्योंकि यह संपत्ति उनके चाचा अरविंदसिंह मेवाड़ के नियंत्रण में है। अरविंद सिंह के वकील ने सोमवार को समाचार पत्रों में प्रकाशित सार्वजनिक नोटिस के माध्यम से संपत्ति में अनाधिकृत प्रवेश पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
चित्तौड़गढ़ किले में गद्दी संभालने को लेकर हुए कार्यक्रम के बाद विश्वराज बड़ी संख्या में लोगों के साथ उदयपुर पहुंचे। लेकिन उन्हें सिटी पैलेस में प्रवेश नहीं करने दिया गया गया। जिससे रात में हिंसक झड़प हो गई थी।
सुबह विश्वराज के एकलिंगनाथ जी मंदिर आने के अवसर पर मंदिर में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। वहीं उदयपुर में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सिटी पैलेस के आसपास के क्षेत्रों में भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 (पूर्व में सीआरपीसी की 144) के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है।
विश्वराज ने उदयपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर एकलिंगनाथजी मंदिर में दर्शन किए और अपने निवास पर गए। वहीं उनके चचेरे भाई और अरविंद सिंह के बेटे लक्ष्यराज के साथ अधिकारियों और अन्य लोगों की बातचीत जारी रही। जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया कि शाम को सहमति बन गई और तय हुआ कि पांच लोग धूणी दर्शन के लिए जाएंगे।
कुछ देर बाद उदयपुर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ विश्वराज और सलूंबर राज परिवार के सदस्य सहित अन्य लोग सिटी पैलेस परिसर में दाखिल हुए। दर्शन करने के बाद विश्वराज सिंह पैलेस से लौट गए।
विश्वराज सिंह ने अपने निवास पर संवाददाताओं से कहा कि प्रशासन की सक्रियता से आज सब कुछ सुचारू रूप से चला। उन्होंने लोगों का समर्थन करने के लिए आभार भी जताया।
लक्ष्यराज सिंह ने भी रात में सांवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार और प्रशासन की सक्रिय भागीदारी से आज आम सहमति बन गई है और यात्रा सुनियोजित तरीके से हुई। विश्वराज का नाम लिए बिना लक्ष्यराज ने कहा कि वे सैकड़ों लोगों के साथ सिटी पैलेस में उनके जाने और शक्ति प्रदर्शन के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि आज जो चीजें (दर्शन और अनुष्ठान) हुईं, वे शालीनता के साथ हुईं, जो पहले भी हो सकती थीं, लेकिन किसी के अहंकार के कारण ऐसा पहले नहीं हुआ।