रमजान के लिए तो वैसे 30 दिनों का समय ही निर्धारित है लेकिन इसे 6 अतिरिक्त दिनों तक किया जा सकता है, यद्यपि यह अनिवार्य नहीं है लेकिन इन छह अतिरिक्त दिनों का अर्थ यह है कि यदि कोई किसी कारणवश रोजा न रख पाया हो तो उन्हें अगले छह दिनों में पूरा कर लें। रमजान का समय इस्लाम में सदाशयता के लिए जाना जाता है। इस समय इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों को इस त्योहार को काफी सादगी से मनाए जाने के लिए कहा जाता है।
यह सही नहीं कहा जा सकता है कि युवाओं का रुझान अभी रमजान की तरफ बढ़ा है। यह ऐसा त्योहार है जिसे हमेशा से ही लोग मनाते थे और बड़ी संख्या में मनाते थे। उम्र से इसका कोई खास ताल्लुक कभी नहीं रहा है। आम लोगों में यह धारणा है कि रमजान स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। इसका कारण यह है रमजान रखने वाले लोग उस समय में अपने सामर्थ्य के अनुसार अच्छा भोजन करते हैं।