रावण को करने लगा परेशान : राम और रावण के युद्ध में दिन के युद्ध के बाद युद्ध नहीं होता था परंतु वह द्वीत रात्रि में चुपचाप से लंका में प्रवेश कर जाता था। रात्रि में रावण शिवजी की आराधना करता था तो वह उस आराधना में खलल डालता था। रावण उस वानर द्वीत से बहुत परेशान हो गया तो उसने श्रीराम को एक पत्र लिखकर कहा कि तुम्हारे यहां का वानर रात्रि में आकर मेरी शिव पूजा में विघ्न डालता है। जब शाम के बाद युद्ध समाप्त हो जाता है तो फिर यह उपद्रव क्यों? यह तो युद्ध के नियम के विरूद्ध है। कृपाय इस वानर के उत्पात को बंद कराएं।