उत्तराखंड में जीवन रेखा के रूप में मान्य चार धामों में एक बद्रीनाथ धाम मार्ग करीब 48 घंटों के बाद यातायात के लिए दोबारा खोल दिया गया है। इस मार्ग पर भूस्खलन के चलते जगह-जगह आए मलबे को साफ कर वाहनों की आवाजाही चालू कर दी गई।
सूत्रों ने बताया कि वर्षा तथा भूस्खलन के चलते बद्रीनाथ मार्ग गत बृहस्पतिवार से बंद था, जिसके चलते इन मार्गों पर वाहनों की आवाजाही रुकी हुई थी और हजारों की संख्या में तीर्थयात्री उसी समय से ही रास्ते में फंसे थे।
बद्रीनाथ धाम मार्ग पर गत बृहस्पतिवार की सुबह पगलानाला और बिरही के पास भारी वर्षा के बाद भूस्खलन होने से मार्ग पर भारी मलबा आ गया था, जिससे मार्ग को बंद करना पड़ा था। इसके चलते दोनों तरफ वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से करीब 48 घंटे तक बंद रही।
जिला प्रशासन ने चमोली, नंदप्रयाग, कालदूबगढ़ तथा गौचर में वाहनों को रोक रखा था, लेकिन कल अपराह्न से वाहनों को जाने दिया जा रहा है। (भाषा)