गायकवाड ने कहा कि इसका मतलब है कि छात्रों को इसके लिए प्रत्यक्ष रूप से परीक्षा केंद्रों में उपस्थित रहना होगा। उन्होंने कहा कि छात्रों के स्कूल उनके परीक्षा केंद्र होंगे। परीक्षा के नियमित तीन घंटे की अवधि के अलावा, उन्हें प्रश्नों को समझने के लिए अतिरिक्त आधे घंटे का समय मिलेगा। गायकवाड़ ने कहा कि परीक्षा की तिथियां पहले ही घोषित की जा चुकी हैं और लिखित परीक्षा समाप्त होने के बाद प्रायोगिक परीक्षा आयोजित की जाएगी।
महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MSBSHSE) ने पिछले महीने घोषणा की थी कि उच्चतर माध्यमिक प्रमाणपत्र (एचएससी) परीक्षा 23 अप्रैल से 21 मई के बीच आयोजित की जाएगी, जबकि माध्यमिक विद्यालय प्रमाणपत्र (एसएससी) परीक्षा 29 अप्रैल से 20 मई के बीच आयोजित की जाएगी।