उन्होंने कहा कि दूसरे वर्ष के 'प्री-यूनिवर्सिटी' कॉलेज छात्रों को अगले स्तर पर प्रोन्नत कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जो छात्र अंकों से खुश न हों, वे बाद में दोबारा परीक्षा दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने 'सेकंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट' (एसएसएलसी) परीक्षा या 10वीं कक्षा की परीक्षा करने का फैसला किया है।
कुमार ने बताया कि ये परीक्षाएं जुलाई के तीसरे सप्ताह में आयोजित की जाएंगी जिसमें गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के लिए एक बहुविकल्पीय प्रश्नपत्र और भाषाओं के लिए एक और प्रश्नपत्र होगा। मंत्री ने कहा कि बहुविकल्पीय प्रश्नपत्र 40 अंक के होंगे, इनके सवाल सीधे एवं स्पष्ट होंगे और कोई भी घुमावदार सवाल नहीं होगा। कोविड-19 से प्रभावित छात्रों के लिए पूरक परीक्षाएं होंगी। (भाषा)