जयपुर। इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 नए जिलों की घोषणा कर चुनावी दांव चल दिया है। उन्होंने 3 नए संभाग बनाने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है और कुछ स्थानों की जिला मुख्यालय से दूरी 100 किलोमीटर से अधिक है, इसलिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
गहलोत ने कहा कि छोटे जिलों से प्रभावी प्रशासन, प्रबंधन और कानून व्यवस्था पर नियंत्रण आसान हो जाता है। देश के विभिन्न राज्य नए जिले बनाने में आगे रहे हैं और हाल ही में पश्चिम बंगाल ने 7 नए जिले बनाए हैं। इसलिए, राज्य के भीतर नए जिले बनाने की मांग थी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश से कई स्थानों से नए जिले बनाने की मांग प्राप्त हुई है और सरकार ने इन प्रस्तावों का विस्तृत अध्ययन करने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था, जिसकी अंतरिम रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। इस विषय में प्राप्त समस्त प्रस्तावों प्रदेश की वर्तमान प्रशासनिक इकाइयों की संरचना का विस्तृत अध्ययन एवं विवेचना के बाद प्रदेश में 19 नए जिले बनाने की घोषणा की है।
ये होंगे नए जिले : अनूपगढ, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना, कुचामनसिटी, दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी, कोटपूतली, खैरथल, नीमकाथाना, फलौदी, सलूंबर, सांचौर, शाहपुरा (भीलवाडा) को नए जिले बनाने की घोषणा की है।
3 नए संभाग बनेंगे : उन्होंने कहा कि 19 नए जिलों के बाद प्रदेश में कुल 50 जिले हो जाएंगे। इन सभी का प्रदेश मुख्यालय से संपर्क संभागीय मुख्यालयों के माध्यम से होता है इसलिए इस प्रबंध को सुदृढ़ करने की दृष्टि से प्रदेश में तीन नए संभाग बांसवाड़ा, पाली और सीकर बनाने की घोषणा की गई है।
पेंशन में वृद्धि : उन्होंने 75 साल से ज्यादा उम्र के राज्य पेंशनभोगियों की पेंशन में 10 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 80 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनभोगियों को पेंशन राशि में वृद्धि का लाभ प्राप्त होता है। आयु बढ़ने के साथ ही अतिरिक्त वित्तीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने 75 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनभोगियों को पेंशन राशि में मूल पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त भत्ते की घोषणा की है।
गोविंददेव जी मंदिर कॉरिडोर : गहलोत ने उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर जयपुर के गोविंददेव जी मंदिर में कॉरिडोर बनाने घोषणा की और इस कार्य के लिए 100 करोड रुपए का प्रावधान किया है। उन्होंने पुष्कर, त्रिपुरा सुंदरी, सांवलियाजी, सालासर, खोले के हनुमान मंदिर, तनोट माता, श्रीनाथजी, कैला देवी वीर तेजाजी, एकलिंग जी जैसे प्रसिद्ध मंदिरों के विकास के लिए डीपीआर बनाने की घोषणा की।