आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने 2 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि सुरक्षाबलों ने शुक्रवार तड़के ही दोनों को मार गिराया। आतंकियों के शवों व मुठभेड़ स्थल से बरामद हथियारों को कब्जे में लेने के बाद ऑपरेशन को समाप्त करने की घोषणा कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि दोनों आतंकियों को मुठभेड़ के दौरान कई बार आत्मसमर्पण करने के मौके दिए गए, परंतु उन्होंने हथियार डालने से मना कर दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार देर रात को सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने सोपोर में तलाशी अभियान शुरू किया। सोपोर के वारपोरा इलाके में 2 आतंकियों के छिपे होने की आशंका के चलते जैसे ही सुरक्षाबलों ने आतंकियों की तलाश शुरू की। यह अभियान मुठभेड़ में बदल गया। सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच जब गोलीबारी चल रही थी तभी स्थानीय लोगों से पता चला कि मुठभेड़ में फंसे आतंकी स्थानीय हैं। इनमें लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर फयाज वार भी शामिल है।
सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकवादियों को हथियार डाल बाहर आने के लिए कहा, परंतु उन्होंने गोलीबारी जारी रखी। इस बीच सेना ने दोनों आतंकियों के परिजनों को मुठभेड़ स्थल पर बुलाकर उनके द्वारा भी कई बार आत्मसमर्पण करने की गुहार लगाई, परंतु दोनों आतंकियों ने हर बार जवाब गोली से ही दिया।