बयान के अनुसार बाढ़ से 29,100 मवेशी भी मारे गए हैं जिनमें से ज्यादातर सांगली, कोल्हापुर, सतारा और सिंधुदुर्ग जिलों से हैं। पश्चिमी घाट के हिस्से सह्याद्री पहाड़ों पर बारिश ने सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिलों से होकर बहने वाली नदियों के जलस्तर को बढ़ा दिया है जिसके कारण प्रशासन को और अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना पड़ा है। अब तक 3,75,178 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है जिनमें से 2,06,619 अकेले सांगली से हैं।