सामाजिक कार्यकर्ता इम्तियाज उर रहमान बट ने कहा कि पिछले 5 साल से भद्रवाह में कम तीव्रता वाले भूकंप आना नियमित हो गया है लेकिन अभी आया भूकंप अधिक भयावह था, क्योंकि आशापति हिम नदी और कैलाश समेत आस-पास के सभी पर्वत बर्फ से ढंके हैं जिसके कारण हिमस्खलन का खतरा पैदा हो गया था।