आधी रात के बाद उसी गांव का रहने वाला नरेश सरोज (42) शेड के नीचे परिवार के साथ सो रही चार साल की एक बच्ची को उठाकर ले गया और एक खेत में बनी चारदीवारी के अंदर उसके साथ दरिंदगी की। सूत्रों ने बताया कि सुबह परिवार ने बच्ची को न पाकर उसे खोजना शुरू किया। इस बीच, ग्रामीणों ने घटनास्थल पर खून से लथपथ बेहोश बच्ची को देखकर पुलिस को सूचना दी।
पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने गुरुवार देर शाम बताया कि बच्ची के साथ बीती रात बलात्कार की घटना के बाद तड़के ही परिजन थाने पहुंच गए थे लेकिन ऐसी खबर है कि उस वक़्त कोई कार्रवाई नहीं की गई और उन्हें भगा दिया गया। खून से लथपथ बेहोश बच्ची को अस्पताल नहीं भेजा गया और पुलिस के आला अधिकारियों को भ्रामक सूचना दी गई। इसी कारण थाना प्रभारी प्रदीप कुमार को देर शाम निलंबित कर विभागीय जांच का आदेश दे दिया गया।