EV, बैटरी सब्सिडी से क्यों चिढ़ा चीन, भारत की WTO में की शिकायत, जानिए क्या है पूरा मामला
क्या लगाया आरोप
चीन ने विश्व व्यापार संगठन में औपचारिक शिकायत दर्ज कर भारत पर आरोप लगाया है कि उसकी नई और बैटरी सब्सिडी योजनाओं घरेलू उद्योगों को अनुचित प्रतिस्पर्धात्मक लाभ देती हैं और चीन के व्यापारिक हितों को नुकसान पहुंचा रही हैं। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि भारत को अपने गलत कदमों को तुरंत सुधारना चाहिए, अन्यथा चीन अपनी घरेलू कंपनियों के वैध अधिकारियों और हितों की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाएगा।
एक पूर्व रिपोर्ट के अनुसार, बाज़ार अनुसंधान फर्म रो मोशन के आंकड़ों के अनुसार, वैश्विक ईवी बिक्री में चीन का लगभग दो-तिहाई हिस्सा है, जो लगभग 13 लाख इकाइयों का योगदान देता है।
चीन की विश्व व्यापार संगठन में यह शिकायत मीडिया में आई उन खबरों के बीच आई है जिनमें कहा गया है कि भारत राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज भंडार (एनसीएमएस) कार्यक्रम शुरू कर सकता है, जिसका उद्देश्य देश में दुर्लभ मृदा तत्वों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
ये दुर्लभ मृदा खनिज इलेक्ट्रिक वाहनों, पवन टर्बाइनों और अन्य हरित ऊर्जा प्रौद्योगिकी विकास के लिए आवश्यक हैं। चीन द्वारा इन तत्वों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय के बाद यह कदम भारत के पक्ष में साबित हो सकता है। Edited by : Sudhir Sharma