अखिलेश ने सपा मुखिया द्वारा बुलाई गई विधायकों, मंत्रियों तथा विधान परिषद सदस्यों एवं वरिष्ठ नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक में बेहद भावुक लहजे में कहा कि अगर नेताजी (मुलायम) चाहें तो मैं पद छोड़ने को तैयार हूं। नेताजी जिसे ईमानदार समझते हों, उसे मुख्यमंत्री बना दें। उन्होंने रुंधे हुए गले से कहा कि मैं अलग पार्टी क्यों बनाऊंगा? मेरे पिता मेरे गुरु हैं।