अखिलेश ने कहा कि सरकार अपराध पर नियंत्रण की सिर्फ बातें कर रही है, इस सच्चाई से प्रशासन-अपराधी अवगत हैं कि भाजपा शासन चलाने में सक्षम नहीं है। उसके वश में अब कुछ है नहीं। बिगड़ती कानून व्यवस्था से उत्तर प्रदेश 'हत्या प्रदेश' बन गया है। क्या भाजपा उत्तर प्रदेश की यही पहचान बनाना चाहती है?
अखिलेश ने कहा कि जब जनता को अपने जानमाल की सुरक्षा का ही भरोसा न हो तो फिर कैसा विकास और किस पर विश्वास? भाजपा सरकार लाख दावा करती रहे, लेकिन जब अपराधियों को जेल से भी अपनी गतिविधियां निर्बाध रूप से चलाने की छूट मिली हुई है तो अपराधियों का राज्य के बाहर जाने का सवाल ही कहां उठता है?
उन्होंने कहा कि संविधान की शपथ लेने वाली सरकार की यह संवैधानिक एवं नैतिक जिम्मेदारी है कि वह कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखे। हर नागरिक की जिंदगी सुरक्षित होनी चाहिए, लेकिन हालात यह हैं कि लूट, हत्या, अपहरण, बलात्कार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। भाजपा की राज्य सरकार संवेदनशून्य बन गई है। प्रशासन पंगु स्थिति में आ गया है। पीड़ित जनता की सुनवाई तब कहां होगी?