Assam में कार्बी आंगलोंग समझौता, गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में ऐतिहासिक करार, 1000 उग्रवादी करेंगे सरेंडर
नई दिल्ली। कार्बी आंगलोंग क्षेत्र में वर्षों से चल रही हिंसा को समाप्त करने के लिए शनिवार को असम सरकार, केंद्र सरकार और राज्य के 5 उग्रवादी समूहों के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर मौजूद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि समझौते से कार्बी आंगलोंग में स्थाई शांति और सर्वांगीण विकास होगा।
शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले उग्रवादी समूहों में पीपुल्स डेमोक्रेटिक काउंसिल ऑफ कार्बी लोंगरी (पीडीसीके), कार्बी लोंगरी नॉर्थ कछार हिल्स लिबरेशन फ्रंट (केएलएनएलएफ), कार्बी पीपुल्स लिबरेशन टाइगर्स (केपीएलटी), कूकी लिबरेशन फ्रंट (केएलएफ) और यूनाइटेड पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (यूपीएलए) शामिल हैं।
इस समझौते के फलस्वरूप, इन समूहों से जुड़े करीब 1000 उग्रवादियों ने अपने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया है और समाज की मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि कार्बी समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'उग्रवाद मुक्त समृद्ध पूर्वोत्तर' के दृष्टिकोण में एक और मील का पत्थर साबित होगा।