पुलिस ने बताया कि दो कारों एवं एक स्कूटर को आग के हवाले कर दिया गया। साथ ही उन्होंने बताया कि हमलावर आश्रम में फूलों का एक हार भी छोड़कर गए। स्वामी संदीपानंद गिरि ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया था, जिसमें 10 से 50 आयु वर्ग की महिलाओं को सबरीमाला में भगवान अयप्पा के मंदिर में प्रार्थना की अनुमति दी गई है।
हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए संदीपानंद गिरि ने आरोप लगाया कि हमले की पूरी जिम्मेदारी भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पीएस श्रीधरण पिल्लई और सबरीमाला मंदिर के पारंपरिक प्रमुख पुजारियों के परिवार सताजमोन मदोम और पंडालम शाही परिवार पर है। डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।