पुलिस महानिदेशक ने पत्रकारों को बताया कि सबरीमाला मंदिर में दर्शन के संबंध में प्रचलित परंपराओं से बेखबर ये महिलाएं अपने परिवार के साथ भगवान अयप्पा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए यहां आई थीं। महिलाएं को 50 वर्ष से कम उम्र की होने के शक पर श्रद्धालुओं ने महिलाओं को पंबा से कुछ मीटर की दूरी पर रोक दिया।
सभी उम्र की महिलाओं को सबरीमाला मंदिर में प्रवेश देने की इजाजत देने के उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद भी 10 से 50 वर्ष की बालिकाओं और महिलाओं को मंदिर में नहीं जाने दिया जा रहा है। मंदिर खुलने के चौथे दिन भी श्रद्धालुओं ने भारी विरोध किया। सोमवार को 5 दिवसीय मासिक पूजा की समाप्ति के बाद मंदिर रात 11 बजे बंद हो जाएगा।