बादल सात अक्टूबर को पटियाला में होने वाली रैली के सिलसिले गुरुद्वारा जा रहे थे जहां उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करना था। रास्ते में अकाली दल (अमृतसर) तथा रागी सभा के कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को रोकने की कोशिश की तथा काले झंडे दिखाए। इस दौरान किसी शरारती व्यक्ति ने उनकी कार पर जूता फेंका तथा पत्थर मारा। हालांकि उसका निशाना चूक गया।
शिअद ने बादल के काफिले पर हुए हमले की निंदा की है। पार्टी के पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींढसा ने एक बयान में कहा कि इस हमले में कांग्रेस की निराशा झलकती है। लोग अब समझ गए हैं कि कांग्रेस ने जो वादे उनसे किए थे, वे अब पूरे नहीं होंगे। यह राज्य पुलिस की मदद से किया सुनियोजित हमला था। मुट्ठी भर प्रदर्शनकारियों को पुलिस नहीं रोक सकी।