जूना अखाड़ा के प्रवक्ता विद्यानन्द सरस्वती के मुताबिक, 'आज हुई अखाड़ा परिषद की बैठक में राम जन्मभूमि पर मंदिर के मुद्दे पर भी प्रमुखता के साथ चर्चा की गई। इस बैठक में निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत धर्मदास भी शामिल थे।' महंत धर्मदास अयोध्या अयोध्या विवाद में पक्षकारों में से एक हैं। इस विवाद पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 2010 में अपना फैसला सुनाया था और अब यह मामला उच्चतम न्यायालय में लंबित है।
सरस्वती ने कहा, 'संत समाज ने संकल्प लिया कि राम मंदिर निर्माण के लिए अगली कार्यवाहीपर चर्चा के लिए जल्द ही अयोध्या में बैठक की जाएगी। इस बैठक की तिथि बाद में तय की जाएगी।' उन्होंने यह भी कहा कि आज की बैठक में कई धार्मिक नेताओं को शंकराचार्य की उपाधि देने के लिए काशी विद्वत परिषद की आलोचना की गई। (भाषा)