उन्होंने कहा मैं आप सभी को यकीन दिलाता हूं कि बाबा अमरनाथ की तीर्थयात्रा सुरक्षित और शांत वातावरण में सफलतापूर्वक आयोजित होगी। हम श्रद्धालुओं को पूरी सुरक्षा देंगे। इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है। अमरनाथ यात्रा शुरु होने में सिर्फ 18 दिन बचे हैं, जिसको देखते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन तैयारियों में लग गया है। इस बार यात्रा मार्ग में रेस्क्यू टीम भी तैनात की गई है।
राज्यपाल ने कहा कि मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि अमरनाथ यात्रा सफलतापूर्वक आयोजित की जाएगी। हम तीर्थयात्रियों को पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान करेंगे, वहीं जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव ने कहा कि इस साल जून तक 2,05,000 पर्यटक कश्मीर आए। साल के अंत तक हम 10 लाख पर्यटकों के लक्ष्य को पार कर सकते हैं। हम अपने पर्यटन विकास प्राधिकरणों को फिर से तैयार कर रहे हैं। कश्मीर में नए क्षेत्रों का विकास किया जाएगा।
इस बार अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से प्रारंभ होकर 15 अगस्त तक चलेगी। यात्रा में जाने के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में बैंकों से रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। इस बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की भी व्यवस्था शुरू की गई। 2 अप्रैल से शुरू हुए रजिस्ट्रेशन में इस साल अमरनाथ यात्रा के लिए 1.50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। दक्षिण कश्मीर में स्थित अमरनाथ गुफा तक की यात्रा पर हर साल लाखों श्रद्धालु जाते हैं।
वहीं अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर के प्रशासन की तैयारियों के बात करें तो इस बार यात्रा मार्ग में रेस्क्यू टीम भी तैनात की गई है। इस बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स, नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ), स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ), इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस फोर्स (आईटीबीपी) सहित जम्मू-कश्मीर आर्म्ड फोर्स के जवानों को मिलाकर एक स्पेशल रेस्क्यू यूनिट का गठन किया गया है। इस रेस्क्यू यूनिट में कुल 27 टीमें होंगी।