कोलकाता पुलिस ने पिछले साल ‘बंधु’ ऐप की शुरुआत की थी ताकि लोग किसी खतरे की स्थिति में घबराहट वाला बटन दबाकर लालबाजार नियंत्रण कक्ष को सतर्क कर सकें और अपनी शिकायत दर्ज करा सकें। पहले ऐसे कई मामले सामने आते रहे हैं जब दुर्गा पूजा के दौरान शहर की सैर पर निकले लोग भीड़ में लापता हो जाते हैं और बाद में पुलिस उन्हें ढूंढ निकालती है।
शहर के बालीगंज इलाके में पंडाल के मुख्य रास्ते पर ही दुर्गाजी की विशाल मूर्ति बनाई गई है, जिसे बनाने में 20000 से अधिक स्क्रू का इस्तेमाल किया गया है, जहां दिव्यांग जन उसे और पंडाल की कलाकृति को महसूस कर सकते हैं। पंडाल के दोनों ओर ब्रेल लिपि में दुर्गा मंत्र और श्लोक लिखे हुए हैं, जिसे वे आसानी से पढ़ सकते हैं। (भाषा)