बोस ने कहा कि क्या ममता बनर्जी गांधीजी के प्रिय दरिद्र नारायण की देखभाल इस तरह करती हैं? सबको सन्मति दे भगवान। सरकारी सूत्रों के अनुसार हाल में कई प्रवासी कामगार नौकरी की तलाश में चेन्नई गए थे लेकिन उन्हें कोई नौकरी नहीं मिली। ये मजदूर भूख से बेहाल और दीन हीन हालत में पाए गए, जिनमें से कुछ को चेन्नई रेलवे स्टेशन से बेहोशी की हालत में बचाया गया।
बोस ने कहा कि राज्य सरकार को प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा के प्रति संवेदनशील और उत्तरदायी होना चाहिए। वे केरल में थे और घटना के बाद वह चेन्नई गए साथ ही उन्होंने अस्पतालों में भर्ती तथा आश्रय गृहों में रह रहे लोगों की सहायता के लिए अधिकारियों को भेजा। बोस ने राज्य सरकार से प्रवासी श्रमिकों की सहायता के लिए प्रभावी कदम उठाने का अनुरोध किया है।