कीर्ति राजेश चौरसिया
सागर। पूरे देश में जहां 'बेटी बचाव, बेटी पढ़ाओ' अभियान अपने शबाब पर है, वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के सागर में एक ऐसा प्रकरण भी सामने आया है, जहां बेटियां पैदा करने की सजा न सिर्फ मां को मिल रही है, बल्कि खुद बेटियां भी भुगत रही हैं।
रचना का विवाह गोपालगंज थाना क्षेत्र की गुरुघासी दास कॉलोनी में रहने वाले रूपचंद रायकवार से हुआ। विवाह के बाद उनके घर में 6 लड़कियों ने जन्म लिया। रचना का पति उससे मारपीट करता था कि वह बेटा पैदा नहीं कर सकी। यही नहीं, वह पत्नी के अलावा बेटियों से भी मारपीट करता था।
रचना का आरोप है कि उसका पति पहली बेटी के बाद से ही प्रताड़ित कर रहा है। जैसे-जैसे घर में एक के बाद बाद एक बेटियां आती गई, मारपीट का सिलसिला भी बढ़ता गया। मारपीट के अलावा उसे और उसकी बेटियों को तरह-तरह की यातनाएं भी सहनी पड़ीं।