मैनिट के रजिस्ट्रार बिनोद डोले ने बताया कि वन विभाग के अधिकारियों ने बाघ के पैरों के निशान नजर आने की जानकारी दी, जिसके बाद कक्षाएं ऑनलाइन तरीके से लगाने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा, हम शायद अगले सप्ताह सीधी कक्षाएं फिर शुरू कर सकेंगे।
डोले ने कहा कि परिसर का लगभग 100 एकड़ का हिस्सा वृक्षों से ढंका हुआ है तथा परिसर में करीब 1000 शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी उनके परिजन एवं 5000 विद्यार्थी हैं जिन्हें रात के समय आवास के अंदर रहने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने आपात स्थिति से निपटने के लिए परिसर में अभ्यास किया है।