स्थानीय समाचार चैनलों पर इसके वीडियो दिखाए जाने के बाद सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रम मंत्री ने कहा, 'मैं एक वीआईपी हूं। मैंने झंडा फहराया, उसने (पीएसओ ने) ऐसा नहीं किया।'
अधिवक्ता प्रह्लाद सिंह ने इसकी आलोचना करते हुए कहा, 'मंत्री के जूते का फीता कोई सरकारी कर्मचारी बांध रहा है, यह ओडिशा में ब्रिटिश हुक्मरानों की मानसिकता होना दर्शाता है।' इस घटना पर सरकार की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है। (भाषा)