पीड़ित बच्चों ने अपने साथ हो रहे कुकर्म की शिकायत जब किसी तरह परिजनों से की तो आनन-फानन में उनके परिजन बोधगया पहुंचे। परिजनों ने जब मामले की जानकारी लेनी चाही तो आरोपी भिक्षु के द्वारा सभी 15 पीड़ित बच्चों को संस्था से बाहर निकाल दिया गया। बताया जाता है कि बौद्ध भिक्षु ने संस्था से निकालते समय बच्चों को कपड़े भी नहीं दिए। किसी तरह बच्चों के परिजन उन्हें लेकर गया के विष्णुपद थाना क्षेत्र के असम भवन में पहुंचे।