क्राइम ब्रांच के साइबर सेल ने बताया कि यह राजस्थान का रहने वाला था। उसके माता पिता ने ही ब्लू वेल गेम खेलने के संदेह में उसकी सूचना अहमदाबाद पुलिस के साइबर सेल के हेल्पलाइन नंबर पर दी। पुलिस की इत्तिला पर राजस्थान पुलिस ने उसका पता लगाया तथा उसके माता-पिता के साथ उसे यहां साइबर सेल में पहुंचाया। दो दिनों तक उस बच्चे को मनोचिकित्सक के पास रखा गया।
अब उस लड़के को कथित तौर पर मनोचिकित्सक को दिखाया जा रहा है ताकि वह इस गेम को आगे न खेले और आत्महत्या का चरण कहे जाने वाले अंतिम चरण तक न पहुंच जाए। कुछ ही दिन पहले कच्छ जिले के मुंद्रा में कक्षा दस की एक छात्रा को भी ऐसे ही पकड़ा गया था। पुलिस हालांकि निजता के कारणों से इन मामलों में खासी गोपनीयता बरत रही है। (वार्ता)