जस्टिस मृदुला भाटकर ने कोल्हापुर के एक जोड़े की नौ साल तक चली कानूनी लड़ाई के बाद शादी को रद्द कर दिया। महिला का आरोप था एक व्यक्ति (जो खुद को उसका पति बताता है) ने कोरे कागजों पर गलत तरीके से हस्ताक्षर करवाकर शादी कर ली। अब वह शादी को रद्द कराना चाहती है, लेकिन उसका पति विरोध कर रहा है।
हालांकि अदालत ने फर्जीवाड़े के महिला के आरोपों को सही नहीं माना क्योंकि इस संबंध में कोई सबूत नहीं मिले, लेकिन इस आधार पर शादी को रद्द कर दिया कि दोनों के बीच पिछले 9 वर्षों से शारीरिक संबंध नहीं बने थे।