न्यायमूर्ति कार्णिक ने मामले को मंगलवार को सुनवाई के लिए सुरक्षित रखा और पुलिस को तब तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया। अतिरिक्त लोक अभियोजक द्वारा पीठ को सूचित किया गया कि सावंत पिछले सप्ताह पूछताछ के लिए पुलिस के सामने पेश हुई थी लेकिन उन्होंने अपना फोन पुलिस को सौंपने से पहले उक्त वीडियो को हटा दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस अब सावंत पर सबूत नष्ट करने का भी आरोप लगाएगी।
न्यायमूर्ति कार्णिक ने सावंत के वकील को इस पर निर्देश लेने को कहा। अभिनेत्री की शिकायत के बाद मुंबई में अंबोली थाने में सावंत के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354ए (यौन उत्पीड़न), 500 (मानहानि), 504 (जानबूझकर अपमान) और 509 (किसी महिला की लज्जा भंग करने के उद्देश्य से शब्द, हावभाव या कृत्य) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक रूप से अश्लील सामग्री का प्रसारण) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।