उन्होंने बताया कि पुलिस ने बच्ची के पिता शादाब को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि उसकी बेटी की तबीयत अक्सर खराब रहती थी। किसी ने उसे जमुनिया कस्बे में रहकर दुआ-ताबीज करने वाले अबरार नामक व्यक्ति के यहां ले जाने की सलाह दी। तांत्रिक ने बच्ची को देखकर बताया कि उस पर किसी प्रेत का साया है। अगर जल्दी ही इसका उपचार नहीं कराया गया तो यह पूरे परिवार को अपनी चपेट में ले लेगी।
शाक्य के मुताबिक शादाब ने बताया कि अबरार के इस जवाब पर उसने प्रेत से छुटकारा पाने के लिए अपनी पत्नी के साथ मिलकर एक गड्ढा खोदकर बच्ची को उसमें दफना दिया। पुलिस ने नवजात बच्ची के पिता शादाब, उसकी मौसी आसमां और तांत्रिक अबरार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। वहीं बच्ची की मां नगमा और मौसा नाजिम की तलाश की जा रही है।