एलयूवीएएस में पशु शल्य चिकित्सा और रेडियोलॉजी विभाग के प्रमुख आर एन चौधरी ने कहा कि बिजली के झटके से जले बंदर को हंसी के पशु प्रेमी मुनीश परिसर में लेकर आया था। शुरुआत में जलने के कारण बंदर चल नहीं पा रहा था और कई दिनों की देखभाल और उपचार के बाद वह चलने लगा। उनके अनुसार लेकिन डाक्टरों ने पाया कि बंदर देख नहीं पा रहा है।