अपने संबोधन में केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में शिक्षा प्रणाली को सुधारना और ठीक करना बहुत मुश्किल काम था। उन्होंने कहा कि पहले बुनियादी ढांचे पर जोर दिया गया और फिर आप सरकार ने शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों के प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया।
उन्होंने कहा कि जब तक शिक्षक और प्रधानाध्यापक प्रेरित नहीं होंगे, तब तक असर दिखाई नहीं देगा। उन्होंने कहा, सरकार बेहतरीन स्कूल और शिक्षा दे सकती है, लेकिन इरादे और प्राथमिकताएं मायने रखती हैं। और शिक्षा हमारी प्राथमिकता है। हमें दिल्ली में ऐसा करने में सात साल लग गए, लेकिन पंजाब में कम समय लगेगा।
केजरीवाल ने कहा, हम दिल्ली और पंजाब के सरकारी स्कूल को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाएंगे। सिंगापुर में 6 से 10 फरवरी तक पेशेवर प्रशिक्षण लेने वाले पंजाब के सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्यों के एक समूह ने इस कार्यक्रम के दौरान अपने अनुभव साझा किए।
इस मौके पर पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस भी मौजूद थे। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मौके पर कहा कि यह शायद पहली बार है कि पंजाब और दिल्ली दोनों के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री इस तरह के फीडबैक सत्र के लिए दोनों पक्षों के प्रधानाचार्यों के साथ आए हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)