हालांकि राज्यपाल ने कहा है कि फडणवीस नई सरकार के गठन तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में काम करें। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के 15 दिन बाद भी सरकार नहीं बन पाई है। राज्य में भाजपा और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर भगवा दलों में सहमति नहीं बन पाई थी।
फडणवीस ने कहा कि शिवसेना के साध 50-50 फॉर्मूले पर कोई बात नहीं हुई थी। कई बार मैंने उद्धव ठाकरे को फोन भी किया था, लेकिन उन्होंने बात नहीं की। उन्होंने कहा कि चुनाव हमारे साथ जीतकर आए तो फिर एनसीपी और कांग्रेस से चर्चा क्यों? शिवसेना ने हमसे चर्चा नहीं की, सिर्फ मीडिया में बात करते रहे। ढाई-ढाई साल सीएम बनाने की बात कभी हुई ही नहीं।
देवेन्द्र ने कहा कि हमारे नेता नरेन्द्र मोदी पर हमले किए गए। शिवसेना के मुखपत्र सामना में हमारे खिलाफ लिखा गया। मोदी पर व्यक्तिगत टिप्पणियां की गईं। हम बाला साहब ठाकरे के खिलाफ नहीं जा सकते। हम उनका सम्मान करते हैं, अत: कोई जवाब नहीं देंगे। हमने तो उद्धव के खिलाफ भी कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि सिर्फ मीडिया में बयान देने से सरकार नहीं बनती।