चलती ट्रेन में जन्मा बच्चा...

शुक्रवार, 22 मई 2015 (08:56 IST)
इटारसी। बेंगलूर से पटना जाने वाली संघमित्रा एक्सप्रेस में अचानक एक महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी। देखते ही देखते ट्रेन में हड़कंप मच गया, टीटी को सूचना दी गई, वह ट्रेन में ही मौजूद महिला डॉक्टर को ढूंढ लाया, मदद को नर्स भी आ गई और कुछ ही देर में वहां बच्चे की किलकारी गूंजने लगी।

इटारसी स्टेशन पार करते ही ट्रेन में सवार 25 वर्षीय सभा प्रवीण को प्रसव पीड़ा होने लगी। अगला स्टेशन पिपरिया करीब एक घंटे बाद था लेकिन समय निकला जा रहा था क्योंकि गर्भ में शिशु को घेरकर रखने वाली एमनियोटिक थली भी फट चुकी थी।

एस- सात के यात्रियों ने तुरंत टीटीई को खबर दी जिसने अपनी प्रत्युपन्नमति से काम लिया और यात्रियों की सूची खंगालकर एसी-3 टायर कोच में यात्रा कर रही डॉ. देशमुख को ढूंढ़ निकाला।

एस सात से सभी पुरुष यात्री को निकाल दिया गया। डॉ. देशमुख ने इस बीच इस आपात स्थिति के लिए अपने आप को तैयार कर लिया। महिला यात्री अपनी ओर से जो भी योगदान कर सकती थीं, उन्होंने किया और अपने पास मौजूद बेडशीट, ट्श्यिू, सैनीटाइजर और मिनरल वाटर आदि दिया। प्रवीण का चार वर्षीय बेटा चुपचाप सारे घटनाक्रम को देख रहा था।

पौने चार बजे शिशु की किलकारी से एस-7 में सभी के चेहरे पर मुस्कान छा गई और कुछ मिनट पहल के तनावपूर्ण क्षण को वे भूल गए।

एहतियात के तौर पर टीटीई ने समीप के रेलवे स्टेशन पर चिकित्सा सहायता बुला ली थी। एक अधिकारी ने बताया कि शिशु ठीक है और प्रवीण दो बच्चों की गौरवान्वित मां है। (भाषा)

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