ऑर्गनाइजेशन की पहल से सीडब्ल्यूसी, देहात थाना, एसएटीआई कॉलेज के डायरेक्टर, प्रोफेसर, महिला थाना इंचार्ज समेत पुलिस स्टाफ, आरपीएफ और जीआरपीएफ के डिप्टी एसएस समेत कई लोगों ने बाल यौन शोषण के विरुद्ध कदम उठाने की प्रतिज्ञा ली और हस्ताक्षर भी किए। इस पूरे अभियान का मकसद विदिशा को बाल यौन शोषण से आजादी दिलवाना है। साथ ही सभी लोगों ने संकल्प लिया कि बच्चों के लिए शिक्षा ही सर्वोपरि है और उन्हें बालश्रम करने से भी बचाना है।
महिला थाना विदिशा में पदस्थ नई थाना प्रभारी पूनम का स्वागत किया गया और भविष्य में बाल यौन शोषण के खिलाफ एक साथ कार्य करने की अपील की। इस दौरान परियोजना प्रमुख उमेश शर्मा उपस्थित रहे। उन्होंने कहा, हम सब को साथ मिल कर बाल यौन शोषण के विरुद्ध आवाज उठानी है और एक जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाना है।‘