उस समय ऐसी कुछ खबरें थीं कि 'बारी-बारी से मुख्यमंत्री पद' को लेकर एक समझौता हुआ है, जिसके तहत शिवकुमार ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन पार्टी ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है।
विधानसभा कार्यकाल के बीच में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच, यहां उत्तर कन्नड़ जिले में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान शिवकुमार ने नेतृत्व विषय पर राजनीतिक हलकों में चर्चा के मुद्दे पर जवाब दिया। विगत में, उन्होंने मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा खुलकर जतायी थी।
शिवकुमार ने कहा कि अगर कोई पुजारी पूजा के समय भगवान के सामने अपनी इच्छा व्यक्त करते हैं तो इसमें क्या गलत है? पुजारी ने अपनी इच्छा जतायी है। अब सिद्धरमैया मुख्यमंत्री हैं, मैं उनके तहत उपमुख्यमंत्री के तौर पर काम कर रहा हूं, साथ ही मैं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी काम कर रहा हूं। लोग इसके बारे में बोलते हैं और यह इच्छा जताना (शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनना चाहिए) अलग बात है, यह हमारी पार्टी तय करेगी।''
शिवकुमार ने कहा, समर्थकों और पुजारियों सहित ऐसे कई लोग होंगे, जो हमारे लिए प्रार्थना करते हैं, वे अपनी राय सामने रखेंगे। क्या हम उन्हें ऐसा करने से रोक सकते हैं? उन्होंने (पुजारी ने) भगवान के सामने अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं।" भाषा