इसके विपरीत साधु को यह सूचना दे दी गई कि महिला उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश रही है। इस पर उस साधू ने 27 अक्टूबर को उसे धमकी दी कि यदि वह चुप नहीं रही तो उस पर तेजाब फेंक कर वह उसका चेहरा बिगाड़ देगा। इस घटना के समय उसके साथ एक अन्य कृष्णभक्त निकुंजा देवी दासी वहां मौजूद थी।