जम्मू। सोमवार को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पास किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉनफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, भाजपा सरकार में मंत्री रहे सज्जाद गनी लोन तथा इमरान रजा अंसारी को हिरासत में ले लिया गया। अपुष्ट जानकारी के अनुसार इन सभी पर रासुका लगाया गया है।
वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बयान जारी करके कहा था कि भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाना जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ धोखा है। जम्मू-कश्मीर ने 1947 में जिस भरोसे के साथ भारत से जुड़ा था, आज वह टूट गया है। भारत सरकार के इस फैसले से भयानक दुष्परिणाम सामने आएंगे।