उन्होंने भाई को बताया कि वे डिप्रेशन में हैं और पुलिस को खबर कर दो। इसके बाद सुशील ने कॉल काट दिया। कॉल कटने के बाद छोटे भाई सुनील कुमार ने दोबारा कई कॉल किए, लेकिन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद वो घटनास्थल पर पहुंचे और दरवाजे को खटखटाते रहे, कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। सुनील ने पड़ोसियों और पुलिस को जानकारी दी।
पुलिस के पहुंचने पर दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर खून से सनी चंद्रप्रभा की लाश पड़ी थी। दूसरे कमरे में बच्चों का भी शव पड़ा था। पास ही खून से सना हथौड़ा पड़ा था। पुलिस का कहना है कि हथौड़े से हत्या की गई प्रतीत होती है। दोनों बच्चों की हत्या गला दबाकर की गई है। घटना को अंजाम देकर आरोपी डॉक्टर फरार हो गया।
क्या बोले पुलिस उप आयुक्त : पुलिस उप आयुक्त बीबीजी टीएस मूर्ति ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में डिप्रेशन की बात सामने आई है, जिसके चलते डॉक्टर ने अपनी पत्नी, बेटे और बेटी को मौत के घाट उतार दिया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।